भोपाल के राजभवन और होटल आमेर ग्रीन से, जहां भाजपा के 100 विधायक रुके हैं.
राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को 17 मार्च को बहुमत साबित करने का आदेश दिया है। इसके बाद भाजपा विधायकों को मानेसर भेजने का प्रोग्राम कैंसिल हो गया है। ये विधायक होटल आमेर ग्रीन से तीन बसों से राजा भोज एयरपोर्ट पहुंचे थे। यहां राज्यपाल की कमलनाथ को चिट्ठी पर हुई चर्चा के बाद विधायकों को मानेसर भेजने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। अब इन विधायकों को सीहोर के ग्रेसेस रिजॉर्ट में ठहराया गया। इससे पहले, दोपहर में कुछ विधायकों के परिवार के सदस्य और बच्चे भी उनसे मिलने पहुंचे। इन विधायकों को एक दिन पहले तक हरियाणा के मानेसर के होटल में रखा गया था। वहां से ये रविवार देर रात भोपाल पहुंचे थे। सोमवार को ये सभी विधायक दो बसों में सवार हुए होटल आमेर ग्रीन से निकलकर विधानसभा पहुंचे।
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भाजपा की तैयारी
1. सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई
फ्लोर टेस्ट में देरी के विरोध में भाजपा ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दी। भाजपा सूत्रों का दावा है कि मंगलवार सुबह 11 बजे सुप्रीम कोर्ट में इस मुद्दे पर सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट का तुरंत कोई फैसला आने की स्थिति में ही भाजपा को 26 मार्च से पहले अपने विधायकों की जरूरत होगी।
2. बागी विधायकों की राजभवन में परेड
भाजपा सूत्रों का कहना है कि सीआरपीएफ की सुरक्षा मिलने की स्थिति में वह सिंधिया समर्थक 16 विधायकों को बेंगलुरु से भाेपाल लाएगी और राजभवन में उनकी परेड कराएगी। अगर सीआरपीएफ की सुरक्षा नहीं मिलती है तो ये 16 विधायक उसी दिन बेंगलुरु से भाेपाल आएंगे, जिस दिन फ्लोर टेस्ट होने की गारंटी हो।
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शिवराज विधायकों से होटल में मिले
इससे पहले रविवार रात 2 बजे हरियाणा के मानेसर से भाजपा के 100 से ज्यादा विधायक भोपाल पहुंच गए। इन्हें होशंगाबाद रोड स्थित आमेर ग्रीन होटल में ठहराया गया। होटल में आने के बाद सभी विधायक सो गए और सुबह 8 बजे उठे। शिवराज सिंह ने आने के बाद एक कागज पर विधायकों के सिग्नेचर करवाए। इसमें टिकट लगा था और विधायकों के एड्रेस व अन्य जानकारी थी। सुबह करीब 8:30 बजे शिवराज सिंह विधायकों से मिलने के लिए होटल पहुंचे। इसके बाद गोपाल भार्गव और फिर नरोत्तम मिश्रा पहुंचे। तीनों नेताओं ने विधानसभा की कार्यवाही को लेकर रणनीति बनाई।
कार्यकर्ताओं ने जयश्री राम के नारे लगाए
सुबह 10 बजे होटल से दो बसों में भाजपा विधायक निकले। इनमें से एक में नरोत्तम मिश्रा विधायकों के साथ बैठे थे। दूसरी बस में शिवराज सिंह विधायकों के साथ थे। इन नेताओं ने रवाना होते समय मीडिया से बात नहीं की, लेकिन शिवराज ने विक्ट्री साइन बनाया। विधानसभा जाने के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने बसों पर फूल बरसाए और जय श्रीराम के नारे लगाए। भोपाल के पूर्व महापौर आलोक शर्मा को विधायकों को विधानसभा तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई।