अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड के भारत दौरे में दोनों देशों के बीच क्रूड ऑयल सप्लाई की बड़ी डील हो सकती है। न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि अमेरिका की तेल कंपनियां भारतीय कंपनियों को ज्यादा तेल आयात करने पर 5 डॉलर प्रति बैरल की छूट का प्रस्ताव दे सकती हैं। भारत का ज्यादातर क्रूड ऑयल इंपोर्ट अभी दुबई से हो रहा है।
अगले वित्त वर्ष से अमेरिका से इंपोर्ट बढ़ने की उम्मीद
अमेरिका भारतीय तेल कंपनियों को मालभाड़े में रियायत और 60-90 दिन के क्रेडिट पीरियड का प्रस्ताव भी दे सकता है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक एक सरकारी तेल कंपनी के अधिकारी ने बताया कि ट्रम्प के दौरे में डील होती है तो अगले वित्त वर्ष से अमेरिका से आयात बढ़ने की उम्मीद है। ट्रम्प 24-25 फरवरी को भारत दौरे पर रहेंगे।
चालू वित्त वर्ष में अमेरिका से 1 करोड़ टन क्रूड इंपोर्ट होने की उम्मीद
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि पिछले दो साल में भी अमेरिका से इंपोर्ट बढ़ा है। चालू वित्त वर्ष में वहां से कुल 1 करोड़ टन क्रूड ऑयल इंपोर्ट होने की उम्मीद है। अगले वित्त वर्ष में यह दोगुना होता है तो भारत के लिए क्रूड की 10% जरूरत अमेरिका से पूरी हो जाएगी।
ईरान से भारत 10% इंपोर्ट कर रहा था, ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों के बाद कम हुआ
ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों से पहले वहां से 10% क्रूड आ रहा था। लेकिन, 2018-19 के मुकाबले 2019-20 में ईरान से इंपोर्ट 2.39 करोड़ टन के मुकाबले 19.7 लाख टन रह गया। ईरान से सप्लाई में कमी की भरपाई ईराक, यूएई और सऊदी अरब से हो रही है।
ट्रम्प का भारत दौरा / अमेरिकी तेल कंपनियां भारत को सस्ता क्रू़ड सप्लाई करने की डील का प्रस्ताव दे सकती हैं