जहरीले केमिकल से नकली कत्था और मीठी सुपारी बनाने वाली दो फैक्ट्रियों पर पुलिस-प्रशासन की टीम ने छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया। कार्रवाई में फैक्ट्री संचालक बाप-बेटे सहित 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। एक आरोपी फरार है। दोनों ही फैक्ट्रियों का संचालन दो सगे भाइयों द्वारा किया जा रहा था।
पुलिस को सूचना मिली थी कि मिर्जापुर गांव में विजय वाधवानी की रिलायंस प्रोसेसिंग यूनिट में नकली कत्था एवं मीठी सुपारी बनाई जा रही है। इसके साथ ही पालदा क्षेत्र में स्थित विशंभर वाधवानी की सतगुरु प्रोडक्ट्स फैक्ट्री में भी नकली कत्था बनाने की सूचना प्राप्त हुई थी।
इसके बाद पुलिस ने प्रशासन के साथ मिलकर दोनों स्थानों पर छापा मारा। टीम को दोनों स्थानों से बड़ी मात्रा में केमिकल मिला, लेकिन जिस खैर की लकड़ी से कत्था बनाया जाता है वह दोनों स्थानों पर नहीं था। दोनाें स्थानों पर केमिकल के माध्यम से नकली कत्था तैयार किया जा रहा था।
विजय वाधवानी की फैक्ट्री से आरोपी विजय पिता मोहनदास वाघवानी (58), करण पिता विजय वाधवानी (26), बिज्जु जोसेफ पिता तुम्मि जोसेफ (47), गिरिश पिता प्रभाकर पाठक तथा जुबान सिंह अजनारे पिता बुड़सिंह को गिरफ्तार किया। वहीं पालादा की फैक्ट्री से संचालक विशंभर वाधवानी के बेटे सतीश वाधवानी को गिरफ्तार किया गया है। यहां से विशंभर वाधवानी फरार है जिसकी तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है।
सगे भाई हैं दोनों मुख्य आरोपी
पुलिस के अनुसार दोनों ही फैक्ट्रियां विजय बाधवानी एवं विशंभर लाल वाधवानी नाम के सगे भाई चला रहे थे। दोनों भाई सियागंज स्थित अपनी दुकानों में ट्रेडिंग का कार्य करते हैं। इन दुकानों के माध्यम से आराेपी इंदौर व आसपास के जिलों में नकली कत्था और नकली मीठी सुपारी की सप्लाई करते थे। पुलिस के अनुसार असली कत्था खैर की लकड़ी के टुकड़ो को पानी में उबालकर तैयार किया जाता है किंत दोनों ही फैक्ट्रियों खैर की लकड़ी का नामोनिशान नहीं मिला है।
खाद्य विभाग की टीम ने कारखाने से फेमिकल पदार्थों गेम्बियर, टेनिन, स्टार्च, परफ्युम, तैयार कत्था एवं सदी सुपारी, पैराफीन बेस, परफ्यूम फ्लेवर तथा सेकरीन व तैयार मीठी सुपारी को जब्त किया है। यहां रंगीला कमल नाम से नकली कत्था और अदा एवं सुदर्शन नाम की नकली मीठी सुपारी बनाई जा रही थी। खाद्य विभाग की टीम ने दोनों फैक्ट्रियों को सील कर दिया है।